Cognizant में 10,700 कर्मचारियों का इस्तीफा! नए अवसर या IT सेक्टर में मंदी का संकेत?

Cognizant Attrition Rate: 10,700 कर्मचारियों ने छोड़ी नौकरी, IT सेक्टर में उथल-पुथल!
अमेरिका स्थित IT दिग्गज Cognizant Technology Solutions को हाल ही में एक बड़े झटके का सामना करना पड़ा है। दिसंबर तिमाही में कंपनी से 10,700 कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ दी, जिससे कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या में भारी गिरावट दर्ज की गई। अगर पिछली तिमाही से तुलना की जाए तो यह संख्या 3,300 कम रही।
लेकिन क्या इस गिरावट का मतलब है कि IT इंडस्ट्री संकट में है? या फिर यह एक सामान्य बदलाव है? चलिए, इस पूरे घटनाक्रम को विस्तार से समझते हैं।
बढ़ता Attrition Rate और घटती Workforce: क्या कहता है डेटा?
Cognizant ने दिसंबर 2024 तिमाही में अपनी कुल वर्कफोर्स 336,800 कर्मचारियों तक सीमित कर ली, जबकि attrition rate बढ़कर 15.9% हो गया। यह आंकड़ा पिछले साल के मुकाबले अधिक है और दर्शाता है कि IT सेक्टर में कर्मचारियों की उथल-पुथल जारी है।
- पिछले कुछ महीनों में Indian IT sector में attrition बढ़ा है, जो कि बेहतर जॉब मार्केट और अधिक अवसरों की ओर इशारा करता है।
- कंपनी का utilization rate भी 82% तक गिर गया, जो यह दर्शाता है कि कर्मचारियों की क्षमता का पूरा उपयोग नहीं किया जा रहा।
हालांकि, CFO Jatin Dalal ने भरोसा जताया है कि कंपनी 2025 में अपनी वर्कफोर्स बढ़ाने की योजना बना रही है।
Cognizant के ‘Returnees’ ट्रेंड का नया दौर
Cognizant के CEO Ravi Kumar S के अनुसार, कंपनी में पूर्व कर्मचारियों की वापसी का नया ट्रेंड देखने को मिल रहा है। 2024 में लगभग 13,000 पुराने कर्मचारी दोबारा कंपनी से जुड़े और 10,000 से अधिक कर्मचारी लौटने की इच्छा जता चुके हैं।
इसका मतलब यह है कि कंपनी का कार्य वातावरण और अवसर अभी भी आकर्षक बने हुए हैं। लेकिन सवाल यह है कि कर्मचारी पहले क्यों जा रहे हैं और फिर लौट क्यों रहे हैं?
IT सेक्टर का हाल: Cognizant vs Accenture vs Indian IT Giants
जहां Cognizant कर्मचारियों की कमी से जूझ रहा है, वहीं उसके प्रतिद्वंद्वी Accenture ने लगातार तीसरी तिमाही में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई है। हाल ही में 24,697 नए कर्मचारियों को जोड़ने के बाद, Accenture की कुल वर्कफोर्स 799,000 तक पहुंच गई।
दूसरी ओर, TCS, Infosys, HCLTech, Wipro और Tech Mahindra जैसी भारतीय IT कंपनियों ने इस तिमाही में कुल 2,587 कर्मचारियों की छंटनी की। इसका प्रमुख कारण मौसमी सुस्ती (furloughs) और धीमी हायरिंग है।
लेकिन मजेदार बात यह है कि कर्मचारियों की संख्या में गिरावट के बावजूद, Cognizant ने अपेक्षा से अधिक रेवेन्यू हासिल किया है। 2025 के लिए कंपनी ने 3.5% से 6% की वार्षिक वृद्धि का अनुमान जताया है।
क्या IT सेक्टर में मंदी के संकेत हैं?
अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि IT सेक्टर में ये उथल-पुथल मंदी का संकेत है या यह एक सामान्य बदलाव है?
👉 क्या IT कंपनियां सिर्फ लागत कम करने के लिए कर्मचारियों को हटा रही हैं, या फिर नए अवसरों की तलाश में हैं?
👉 क्या भारतीय IT प्रोफेशनल्स के लिए बेहतर नौकरियों का दौर आने वाला है?
आपका क्या सोचना है? क्या आप भी IT सेक्टर में काम कर रहे हैं? कमेंट करके बताइए कि आप Cognizant छोड़कर Accenture जाना चाहेंगे या वापस लौटना पसंद करेंगे? 😜
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